वाराणसी
रिपोर्ट:देवेन्द्र पाण्डेय
स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के खाते से फर्जी बैंक स्लिप व कूटरचित दस्तावेजों के जरिए करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी व गबन के बड़े मामले में चौबेपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है।पुलिस ने इस मामले के मुख्य वांछित अभियुक्त आर्यन जायसवाल (26 वर्ष) को स्वर्वेद मंदिर के पास वाली नहर के किनारे से गिरफ्तार कर लिया।पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के निर्देश पर चलाए जा रहे वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी अभियान के तहत थाना चौबेपुर की टीम ने मुखबिर की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आर्यन को दबोच लिया।पूछताछ में आर्यन ने कबूल किया कि उसका भाई विवेक कुमार (जो पहले ही इस मामले में जेल भेजा जा चुका है) मंदिर में काम करता था।दोनों भाइयों ने लालच में आकर दान का पैसा फर्जी तरीके से अपने और रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर लिया था।आर्यन ने बताया कि परसों जब उसे पता चला कि पुलिस उसके घर संत कबीर नगर स्थित घर पर दबिश दे चुकी है,तो वह डर गया और चुपके से वाराणसी आकर बाबा जी से मिलने की फिराक में मंदिर के आस-पास घूम रहा था,तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया।दिनांक 06.10.2025 को स्वर्वेद महामंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी द्वारा शिकायत की गई थी कि कुछ लोग फर्जी दस्तावेज बनाकर ट्रस्ट के खाते से करोड़ों रुपये की निकासी कर गबन कर रहे हैं।इसी के आधार पर थाना चौबेपुर में मुकदमा दर्ज किया गया था।इस मामले में पहले अभियुक्त विवेक कुमार को 07.10.2025 को ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।गिरफ्तारी करने वाली टीम
उ0नि0 विकास मौर्या,हे0का0 अभिषेक सिंह एवं का0 अशोक यादव,थाना चौबेपुर रहे।

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