वाराणसी
रिपोर्ट:देवेन्द्र पाण्डेय
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) वरुणा जोन प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में 9 अक्टूबर 2025 को देर रात्रि पुलिस लाइन के नवीन सभागार में मासिक अपराध समीक्षा गोष्ठी का आयोजन किया गया।इस गोष्ठी में वरुणा जोन के सभी राजपत्रित अधिकारी,थाना प्रभारी और चौकी प्रभारी शामिल हुए।गोष्ठी में बीते माह के अपराध आंकड़ों,लंबित विवेचनाओं,मिशन शक्ति अभियान-5.0 गामी त्योहारों (धनतेरस, दीपावली, छठ पूजा) के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।
अपराध नियंत्रण पर सख्त रुख
डीसीपी प्रमोद कुमार ने स्पष्ट किया कि अपराध नियंत्रण पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी है और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।उन्होंने प्रत्येक थाना प्रभारी से उनके क्षेत्र में हुए प्रमुख अपराधों,विवेचना की प्रगति और अपराधियों की गिरफ्तारी की जानकारी ली।बीट प्रणाली को सशक्त करने और नियमित गश्त सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए ताकि पुलिस की उपस्थिति क्षेत्र में स्पष्ट रहे।
थाना प्रभारियों को सक्रिय अपराधियों,हिस्ट्रीशीटरों,भूमाफिया और असामाजिक तत्वों की सूची तैयार कर उनकी गतिविधियों पर नजर रखने का आदेश दिया गया।"ऑपरेशन चक्रव्यूह" के तहत चौराहों पर नियमित चेकिंग और अवैध शराब,गांजा,स्मैक जैसे मादक पदार्थों की तस्करी पर गैंगस्टर एक्ट व एनडीपीएस एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
लंबित विवेचनाओं और शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण
पुलिस उपायुक्त ने लंबित विवेचनाओं के निष्पक्ष और त्वरित निस्तारण पर जोर दिया।आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायतों के समयबद्ध,पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया।उन्होंने कहा कि शिकायतों का त्वरित समाधान जनता का विश्वास बढ़ाता है और पुलिस-जनसंपर्क को मजबूत करता है।साथ ही उच्च न्यायालय के लंबित जमानत प्रार्थना पत्रों और शिकायती प्रार्थना पत्रों को निर्धारित समय में निस्तारित करने के आदेश दिए गए।
मिशन शक्ति 5.0 और महिला सुरक्षा
महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए डीसीपी ने मिशन शक्ति अभियान-5.0 के तहत चल रहे जागरूकता कार्यक्रमों की समीक्षा की।थानों में स्थापित मिशन शक्ति केंद्रों को और प्रभावी बनाने,महिलाओं के साथ संवेदनशील व्यवहार सुनिश्चित करने और स्कूल-कॉलेजों में आत्मरक्षा प्रशिक्षण व साइबर सुरक्षा जागरूकता शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए गए।महिला बीट पेट्रोलिंग को सक्रिय रखने पर भी बल दिया गया।
त्योहारों के लिए सुरक्षा व्यवस्था और अवैध पटाखों पर नकेल
आगामी त्योहारों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्थाओं पर विशेष ध्यान दिया गया।डीसीपी ने बाजारों,सर्राफा गलियों और संवेदनशील क्षेत्रों में पैदल गश्त बढ़ाने,अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने और सीसीटीवी कैमरों की कार्यशीलता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।अवैध पटाखों के निर्माण,बिक्री और भंडारण पर सख्त कार्रवाई के लिए थाना प्रभारियों को गोदामों और रिहायशी इलाकों की गहन जांच करने को कहा गया।उन्होंने चेतावनी दी कि अवैध पटाखों का भंडारण जनहानि और सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा है,इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
सोशल मीडिया और ट्रैफिक प्रबंधन
त्योहारों के दौरान अफवाहों और गलत सूचनाओं पर नजर रखने के लिए सोशल मीडिया की सतर्क मॉनिटरिंग और यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए। भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पार्किंग व्यवस्था और जाम से बचाव के उपाय सुनिश्चित करने को कहा गया।
जन-सहभागिता पर जोर
डीसीपी ने जनता और पुलिस के बीच विश्वास को मजबूत करने के लिए "पुलिस मित्र" योजना को सक्रिय करने और व्यापारी संगठनों,मोहल्ला समितियों के साथ नियमित संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि जन-सहभागिता के बिना अपराध नियंत्रण अधूरा है।
लापरवाही पर सख्त चेतावनी
पुलिस उपायुक्त ने उच्च अपराध दर वाले थाना प्रभारियों से जवाबदेही तय करने और लंबित विवेचनाओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने की चेतावनी दी।गुणवत्तापूर्ण विवेचना के माध्यम से अपराधियों को सजा दिलाने पर जोर दिया गया।
गोष्ठी में अपर पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन,सहायक पुलिस आयुक्त कैंट,सारनाथ,रोहनिया और जोन के सभी थाना व चौकी प्रभारी मौजूद रहे।यह गोष्ठी कानून-व्यवस्था को मजबूत करने और अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।




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